Sunday, March 24, 2013

क्लासरूम से जुड़े मेरे कुछ अनुभव

kitab, charcha v anand
शिक्षकों को शैक्षणिक सपोर्ट कार्य के दौरान बच्चों व किशोर-किशोरियों के साथ सीधे कार्य करने के अवसर मिल जाते हैं। या कभी-कभी शिक्षकों के साथ डेमोंस्ट्रेशन कार्य करते हुए भी शिक्षण के मौके मिलते हैं। ये सभी अनुभव मेरे लिए उत्साहजनक, ऊर्जादायी व नया सीखने वाले रहे है। ऐसे ही कुछ अनुभवों को यहाँ शेयर कर रहा हूँ। आप अवलोकन के पश्चात सुझाव देंगे तो काम को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। 
  1. कुछ नोट्स : क्लासरूम के अंदर व कुछ क्लासरूम के बाहर
  2. पत्र-लेखन : ज़िंदगी का व्याकरण
  3. कहीं यह जनश्रुति न बन जाए ....
  4. Theatre : सच को साधने का यन्त्र
  5. “बातचीत” न्यूज़लेटर : टीएलएम की पुनर्व्याख्या
  6. गाय का निबंध और हाशिये पर लिखा आई लव यू
  7. कविता शिक्षण: एक अनुभव
  8. कहानी शिक्षण : पाठ्यक्रम के साथ और पाठ्यक्रम के आगे *
  9. “बातचीत” न्यूज़लेटर : टीएलएम की पुनर्व्याख्या

अलवर में 'पार्क' का मंचन : समानुभूति के स्तर पर दर्शकों को छूता एक नाट्यनुभाव

  रविवार, 13 अगस्त 2023 को हरुमल तोलानी ऑडीटोरियम, अलवर में मानव कौल लिखित तथा युवा रंगकर्मी हितेश जैमन द्वारा निर्देशित नाटक ‘पार्क’ का मंच...